यूरोप में भीषण बिजली संकट: फ्रांस, स्पेन और पुर्तगाल में बड़ा ब्लैकआउट

ब्लैकआउट का कारण: दुर्लभ वायुमंडलीय घटना
विद्युत ग्रिड ऑपरेटरों के अनुसार, इस व्यापक ब्लैकआउट का मुख्य कारण एक अत्यंत दुर्लभ वायुमंडलीय घटना थी, जिसे “induced atmospheric vibration” कहा जा रहा है। अत्यधिक तापमान भिन्नताओं ने उच्च वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइनों में असामान्य कंपन (vibration) उत्पन्न किए, जिससे यूरोप के बिजली नेटवर्क का सिंक्रोनाइज़ेशन असफल हो गया। परिणामस्वरूप पूरे क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।
प्रभावित क्षेत्र
- स्पेन: मैड्रिड, बार्सिलोना, सेविला और मलागा जैसे बड़े शहरों में बिजली चली गई, जिससे मेट्रो सेवाएं, बैंकिंग नेटवर्क, अस्पताल और संचार प्रणाली प्रभावित हुई।
- पुर्तगाल: लिस्बन और पोर्टो समेत प्रमुख क्षेत्रों में मेट्रो सेवाएं ठप हो गईं, ट्रैफिक लाइटें बंद हो गईं और मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हुआ।
- फ्रांस: दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र, विशेष रूप से पेरपिन्यन और नारबोन के आसपास, बिजली कटौती से प्रभावित रहे।
बिजली बहाली के प्रयास
स्पेन के विद्युत संचालक Red Eléctrica ने अनुमान लगाया है कि बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से बहाल करने में लगभग 6 से 10 घंटे का समय लगेगा। वहीं, पुर्तगाल के ग्रिड ऑपरेटर REN का कहना है कि नेटवर्क की स्थिरता बहाल करने में एक सप्ताह तक का समय लग सकता है।
साइबर हमले की आशंका?
अब तक की जांच में किसी साइबर हमले के संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन अधिकारियों ने इसे पूरी तरह से खारिज भी नहीं किया है। इस दिशा में जांच अभी जारी है।
सरकारों की त्वरित प्रतिक्रिया
- स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई और Red Eléctrica के मुख्यालय का दौरा किया।
- पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो ने भी कैबिनेट की आपात बैठक आयोजित कर स्थिति की समीक्षा की।